किस्से का किस्सा

फिर आया नए वर्ष के स्वागत का समय!

दिसंबर के अंतिम दिनों में जब कैलेंडर छलांग लगाने को होता है अख़बारों और मीडिया -जनों की दुनिया अतीत के पन्ने पलटने लगती है और टेलिविज़न के न्यूज़ एंकर पुराने क्लिप […]

2021-04-28T12:22:13+00:00By |

Kuch To Baaki Hai

तलाक… सोहम के कान जलने लगे।

उम्र के इस पड़ाव पर जब लोग अपने बच्चों के बच्चे के साथ खेलते हैं, तब तो सोहम ने शादी की है । अभी शादी के कुछ ही महीने तो हुए हैं । […]

2021-03-23T07:30:05+00:00By |

रेत में ठिकाने और फ्लाई ओवर की छाँव

1.       छत की ख्वाहिश लाज़मी है मगर बारिश के बगैर बसर कहाँ ,

ऊँची इमारत पसंद है मगर फूटपाथ के बगैर शहर कहाँ

मस्जिदों का नाम बहुत है मगर गरीब की दुवाओं के बगैर असर कहाँ ,

कातिल को रातों रोते […]

2021-05-28T08:32:50+00:00By |

Wounded hope!

1 – Wounded hope!

Wings are withered
Hope is wounded
No affection left
Relation seems
Too heavy to carry
Feelings are null
What left is just
Void, void, void
Here, there
Everywhere
Shattered, fragile
And vulnerable

Content Writing Services      […]

2021-05-28T08:33:19+00:00By |

Why Mother ?

‘…so, the need of the hour is to start caring for mother nature. The nurturer needs to be nurtured otherwise very soon our only home may be lost forever’ the narrator on tv finished & credits started rolling. […]

2021-03-25T08:10:15+00:00By |
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